राजनीतिक संवाददाता द्वारा
रांची : इन दिनों झारखंड में हेमंत सरकार अपने विभाग के सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय झारखंड के काले कारनामों से चारों तरफ से घिरते जा रहे हैं अभी पीआरडी में एक जहरीली सर्प की तरह सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के उप निदेशक श्रीमती शालिनी वर्मा काम कर रही है ! श्रीमती वर्मा हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार श्री अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू जी की भाभी है
जिसके कारण पूरा का पूरा सूचना एवं जनसंपर्क विभाग श्रीमती वर्मा के इशारे पर नाच रहा है और पिंटू जी के भाभी वर्तमान श्री निदेशक श्री राजीव लोचन बख्शी के आंखों पर धृतराष्ट्र की तरह काली पट्टी लगा दिया गया है जिसके कारण श्री बक्शी एक मूकदर्शक निर्देशक के रूप में काम कर रहे हैं श्रीमती वर्मा के तानाशाही रवैया के कारण विपक्षी दलों के साथ-साथ पत्रकारों का एक बड़ा वर्ग हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री झारखंड सरकार के खिलाफ बिगुल बजा दिया है जिसके कारण हेमंत सरकार की छवि धूमिल हो गई है ! इसके साथ -साथ पीआरडी आरएसएस तथा भाजपा समर्थित समाचार पत्रों को दोनों हाथों से लाखों रुपए के विज्ञापन दे रहें हैं और इधर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की फजीहत हो रही
इसी क्रम में झारखंड के सियासी मैदान में इनदिनों पोल खोल पॉलिटिक्स का दौर चल रहा है. इस पॉलिटिक्स में राज्य के दो बड़े नेता एक- दूसरे की पोल खोलने में लगे हैं. एक तरफ राज्य के वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हैं, तो दूसरी तरफ राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास हैं. सियासी पिच पर समय के साथ ये लड़ाई दिलचस्प होती चली जा रही है और जनता से जुड़े मुद्दे हाशिये पर हैं.
झारखंड के सियासी मैदान पर जो खेल इस वक्त चल रहा है, इसकी पटकथा रघुवर दास सरकार के कार्यकाल में लिखी गई थी. सोरेन परिवार के खिलाफ लगातार एक सप्ताह तक बीजेपी प्रदेश कार्यालय में प्रेस वार्ता को कोई कैसे भूल सकता है. उस वक्त जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन से लेकर नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन बीजेपी के निशाने पर थे.
तब इन मुद्दों को लेकर निशाने पर था सोरेन परिवार:बीजेपी के द्वारा सोरेन परिवार के खिलाफ पोल खोल अभियान.
सोरेन परिवार के सदस्य के नाम एक दिन में 16 जमीन की रजिस्ट्री का दस्तावेज.बोकारो से लेकर धनबाद के गोविंपुर तक जमीन खरीदने का खुलासा.रांची के हरमू में सोहराय भवन निर्माण पर बीजेपी का सवाल.नक्सा से लेकर जमीन खरीद में थाना क्षेत्र का उल्लंघन का आरोप.बीजेपी का हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन पर निशाना साधना
रघुवर सरकार के कामकाज की जांच
अब जबकि प्रदेश में हेमंत सोरेन की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार है, तब रघुवर दास के कार्यकाल की जांच का आदेश वर्तमान सरकार दे रही है. हेमंत सोरेन एक – एक कर रघुवर दास के कार्यकाल में हुए वित्तीय अनियमितता की जांच कराने में जुटे हैं.
मैनहर्ट मामले में रघुवर दास के खिलाफ जांच के आदेश.टॉफी – टी शर्ट और सुनिधि चौहान के कार्यक्रम की ACB जांच के आदेश.झारखंड विधानसभा के नये भवन और झारखंड हाई कोर्ट के नये भवन के निर्माण में वित्तीय अनियमितता का आरोप
अभी हेमंत सोरेन सरकार के दो साल ही हुए है. यानी बाकी बचे तीन साल में और क्या कुछ जांच के आदेश दिए जा सकते हैं, ये बताने की जरूरत नहीं. लेकिन इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास चुप बैठने के बजाय सोरेन परिवार के खिलाफ हमलावर दिख रहे हैं. बालू – पत्थर और कोयला के नाम पर अवैध कारोबार करने का खुलासा के बाद रांची के अनगड़ा में हेमंत सोरेन के नाम खनन पट्टा के खुलासे ने प्रदेश की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है. बीजेपी इस मामले में चुप बैठने के बजाय हेमंत सोरेन सरकार को लगातार घेरने में लगी है. प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू का कहना है कि अगर आरोप सही नहीं है तो जेएमएम के साथ – साथ पूरी सरकार चुप क्यों है.
रघुवर दास के द्वारा लगातार खुलासा दर खुलासा के बाद जेएमएम ने फिलहाल चुप्पी साध ली है. जेएमएम का कोई भी पदाधिकारी इस गंभीर सवाल पर जवाब देने को तैयार नहीं. हालात कुछ ऐसे है कि अब तो सहयोगी दल कांग्रेस भी कुछ बोलने से बचती नजर आ रही है.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर का इस सवाल पर तर्क है कि जिस पर आरोप लग रहे हैं सबसे पहले उनसे इस विषय पर पूछा जाना चाहिए. वैसे रघुवर दास के आरोप और उनके दस्तावेज पर कितना यकीन किया जा सकता है.
जेएमएम की चुप्पी का मतलब ये कतई नहीं की पोल-खोल पॉलिटिक्स पर विराम लग गया है. ये चुप्पी बहुत जल्द प्रदेश की राजनीति में होने वाले हंगामे का संकेत हैं, जो फिलहाल भले ही दिखाई नहीं दे रहा हो, पर उसका होना तय